कांगड़ा , रिपोर्ट – मेघा शर्मा , 4 दिसंबर
डमटाल (कांगड़ा)। उपमंडल इंदौरा के तहत आती पंचायत मंड मियानी में प्रवासी परिवारों को लेकर अब नया आदेश पारित हुआ है। किसानों के प्रार्थना पत्रों के बाद इन प्रवासियों को अब छह महीने तक फसल निकलने तक पंचायत में रहने के आदेश दिए हैं।
इस फैसले को लेकर पंचायत में किसानों और स्थानीय लोगाें के बीच तनातनी का माहौल बना गया। एक तरफ गांववासी तुरंत प्रभाव से प्रवासियों को पंचायत से निकलने पर अड़े रहे, दूसरी तरफ कुछ किसान प्रवासी ठेकेदारों के साथ खड़े नजर आए। मंड मियानी पंचायत के प्रधान काशमद्दीन ने कहा कि पंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि स्थानीय किसानों ने अपनी भूमि ठेके पर प्रवासी मजदूरों को दे रखी थी। इन्हें पंचायत ने सात दिन के भीतर जाने को कहा था, लेकिन किसानों के प्रार्थना पत्र आने के बाद पंचायत ने जिन प्रवासी मजदूरों के पास पहचान प्रमाण पत्र है। उन्हें किसानों की जिम्मेदारी पर प्रवासी मजदूरों को छह महीने तक खेती करने की इजाजत दी है। जिन प्रवासी मजदूरों के पास पहचान प्रमाण पत्र मौजूद नहीं है उन्हें पंचायत छोड़ने के लिए कहा गया है।