राजभवन परिसर में शनिवार को हनुमान की प्रतिमा के समक्ष श्रीराम की प्रतिमा स्थापित की गई। पुजारियों की देखरेख में विधि-विधान के साथ मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। सुबह आठ बजे से धार्मिक अनुष्ठान का यह कार्यक्रम आरंभ किया गया। आचार्य अनिल शास्त्री, जाखू मंदिर के पुजारी बीपी शर्मा, पंडित हरि नंद शर्मा तथा सोम्या शर्मा की देखरेख में पूजा की गई। प्राण प्रतिष्ठा के बाद हवन किया गया और बाद में भंडारे का आयोजन भी किया गया। श्रीराम की यह प्रतिमा 120 किलो पीतल से तैयार की गई है। प्रतिमा चंबा जिले के कारीगर गौरव आनंद ने बनाई है। प्रतिमा के निर्माण के लिए लेडी गवर्नर जानकी शुक्ला ने अपनी ओर से एक लाख रुपये का अंशदान किया है और शेष राशि राज्यपाल ने अपनी एच्छिक निधि से दी हैं।
इस अवसर पर, पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में राज्यपाल ने कहा कि राजभवन परिसर में हनुमान जी की प्रतिमा पहले से ही स्थापित थी लेकिन उनके साथ श्रीराम जी को होना चाहिए था, इसी उद्देश्य से इसे यहां स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम हिमाचल प्रदेश को विभिन्न आपदाओं से मुक्त रखे, हिमाचल प्रदेश शस्य श्यामला रहे, उनका आशीर्वाद बना रहे। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश जिस प्रकार प्रगति कर रहा है और जिस प्रकार दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। भगवान से प्रार्थना है कि दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर भारत की दुनिया में और प्रतिष्ठा बढ़े।