श्रीखंड महादेव के दर्शनों के लिए श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा निरमंड में देशभर के विभिन्न राज्यों के साधु-संत पहुंच चुके हैं, जिनका श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा निरमंड में भव्य स्वागत किया गया। हर वर्ष की भांति ये साधु-संत माता अंबिका और दतात्रेय स्वामी की छड़ी यात्रा के साथ श्रीखंड महादेव के दर्शनों को रवाना होंगे। माता अंबिका के कारदार पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि इस बार 29वीं छड़ी यात्रा दशनामी जूना अखाड़ा के दावत गिरी महाराज (फलाहारी बाबा) के शिष्य अशोक गिरी की अगुवाई में रवाना होगी।
इसमें छड़ी यात्रा के प्रधान टकेश्वर शर्मा अपने पदाधिकारियों सहित मौजूद रहेंगे। 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी के दिन छड़ी मंंदिर से निकलकर जूना अखाड़ा में आएगी। 18 जुलाई को विधिवत पूजा-अर्चना के उपरांत श्रीखंड महादेव के दर्शनों को रवाना होगी। यात्रा का पहला विश्राम ब्राहटी नाला में होगा, दूसरे दिन थाचड़ू, तीसरे दिन भीम डवारी, जबकि 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के दिन श्रीखंड महादेव की पूजा-अर्चना और दर्शनों के उपरांत छड़ी वापस लौटेगी। श्रीखंड ट्रस्ट के अधीन आधिकारिक यात्रा 14 जुलाई 27 जुलाई तक चलेगी।
मान्यता है कि छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध निरमंड नगरी को भगवान परशुराम ने बसाया है। गांव निरमंड की स्थापना के समय से ही निरमंड में दत्तात्रेय स्वामी मौजूद हैं। कहा जाता है कि वह भगवान परशुराम के गुरु हैं। उसी समय से यहां श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा की स्थापना है।