हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 6,297 प्री प्राइमरी शिक्षक आउटसोर्स पर भर्ती होंगे। राज्य इलेक्ट्राॅनिक्स कॉर्पोरेशन के माध्यम से ये भर्तियां की जाएंगी। दो साल का नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (एनटीटी) डिप्लोमा करने वालों को भर्ती में शामिल किया जाएगा। शिक्षा सचिव राकेश कंवर की ओर से मंगलवार को इस बाबत प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय को पत्र जारी किया। हिमाचल के 6,297 प्री प्राइमरी स्कूलों में करीब 60 हजार विद्यार्थी पंजीकृत हैं।
भर्ती किए जाने वाले इन शिक्षकों को प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा अनुशिक्षक का पदनाम दिया गया है। बीते दिनों हुई मंत्रिमंडल की बैठक में नौनिहालों को बेहतर शिक्षा देने के लिए शिक्षा विभाग में प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा प्रशिक्षकों की नियुक्ति का फैसला लिया गया था। केंद्र सरकार के नियमों के तहत ये भर्तियां की जाएंगी। पंजीकृत संस्थानों से एनटीटी करने वालों को ही इसमें शामिल किया जाएगा।
प्रदेश में तीन से छह वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के लिए हिमाचल प्रदेश प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा अनुशिक्षक योजना शुरू की गई है। शिक्षा सचिव की ओर से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की अधिसूचना जारी की है। भर्ती के लिए निदेशालय की ओर से राज्य इलेक्ट्राॅनिक्स कॉर्पोरेशन को 6,297 स्कूलों में पद भरने के लिए रिक्तियों की जानकारी दी जाएगी। कॉर्पोरेशन कंपनियों का चयन करने के बाद आउटसोर्स के माध्यम से शिक्षकों को नियुक्तियां देगी।
10 हजार रुपये मानदेय किया है तय
शिक्षकों को मासिक मानदेय 10,000 रुपए तय किया है। इसमें एजेंसी चार्जेज, जीएसटी, अन्य खर्च शामिल है। जानकारी के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन वर्तमान में 5 फीसदी एजेंसी चार्ज लेता है, जबकि 10 फीसदी की कटौती ईपीएफ के लिए होती है। आउटसोर्स भर्ती पर जीएसटी 18% है। शिक्षकों को हर माह करीब 7,000 रुपए कैश इन हैंड मिलेगा।