प्रदेश सरकार ने जहाँ बेरोजगार युवाओं के लिए हुनर आधारित नई -नई योजनाएं आरम्भ की हैं वहीँ अब बेरोजगार युवा भी प्रशिक्षण और अनुदान योजनाओं की सहायता से नए तकनीकी कार्यों में अपनी दक्षता हासिल कर स्वावलंबन से साथ साथ अपने परिवार का पालन पोषण कर आर्थिक मजबूती की ओर बढ़ रहे हैं।
तहसील एवं जिला कुल्लू के निवासी दौलत राम ने भी मत्स्य पालन विभाग के माध्यम से रेनबो फिश फार्म बड़ाग्राम में मत्स्य पालन का अपना कारोबार सफलतापूर्वक स्थापित किया है।
रेनबो फिश फार्म बड़ाग्राम जो कि जिला मुख्यालय कुल्लू से लगभग 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
दौलत राम बताते हैं कि मैंने फिश फार्म बनाने के लिए अनुदान सहायता मत्स्य पालन विभाग के पतलीकुहल केंद्र के माध्यम से हासिल की तथा यहाँ गाँव में अपना फिश फार्म बनाया इसके लिए मुझे विभाग की ओर से तकनीकी सहायता भी प्रदान की गई ।
दौलत राम बताते हैं कि मैं पिछले 6-7 वर्ष से मत्स्य पालन का कार्य सफलतापूर्वक कर रहा हूँ । अब मैंने यहां पर हैचरी का कार्य भी आरंभ कर दिया है । मैं एक वर्ष में 15 से 20 क्विंटल ट्राउट फिश का उत्पादन करता हूं जो की साढ़े 5 सौ रुपए प्रति किलो की औसत दर से बिकती है, जिसमें मेरे परिवार का साल भर का घर का खर्च निकल जाता है।
मैंने मत्स्य विभाग के पतलीकुहल केंद्र से एक सप्ताह की ट्रेनिंग भी प्राप्त की है। विभाग के विशेषज्ञ अधिकारियों द्वारा हमें प्रशिक्षण में सिखाया गया कि मछली पालन किस प्रकार से आरंभ किया जाए, मछली की उचित रूप से देखभाल किस प्रकार की जाए।
इन ज़रूरी बातों को सीखने के पश्चात मैंने हैचरी निकाली तथा इसका कार्य भी मुझे सिखाया गया । अब हम स्वयं ही हैचरी के कार्य के लिए ट्राउट फिश का सीड पैदा करते हैं । सीड के बेचने से भी हमारी अतिरिक्त आए हो रही है।
सरकार ने यह स्कीम तथा प्रशिक्षण एवं अनुदान की सुविधा हमें प्रदान की है। उससे हमें अच्छी अर्जित हो रही है। इसके लिए हम प्रदेश सरकार के बहुत धन्यवाद करते हैं ।