भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) का 96वां स्थापना दिवस आज नई दिल्ली में मनाया गया। इस दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया।
आईसीएआर स्थापना दिवस के साथ-साथ प्रौद्योगिकी दिवस भी मनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में विभिन्न आईसीएआर संस्थानों और दो विश्वविद्यालयों जिसमें डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी शामिल हैं, जिन्हें इस कार्यक्रम में अपनी प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने के लिए आमंत्रित किया गया था।
नौणी विश्वविद्यालय ने जूस, जैम, हर्बल चाय, गुलाल और पास्ता जैसे विभिन्न प्रकार के उत्पादों को प्रदर्शित किया। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय ने अपने प्राकृतिक खेती उत्पादों और पांच प्राकृतिक खेती-आधारित किसान उत्पादक कंपनियों, जिन्हें विश्वविद्यालय द्वारा तकनीकी सहायता और मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है, के उत्पादों को प्रदर्शित किया। प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय में NAHEP IDP की सफलता की कहानी को भी दर्शाया गया।
दो दिनों तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री- जॉर्ज कुरियन, प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल, रामनाथ ठाकुर और भागीरथ चौधरी, और आईसीएआर महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक सहित कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया। इन गणमान्य व्यक्तियों ने, अन्य लोगों के साथ, विश्वविद्यालय की की प्रदर्शनी का दौरा किया और विश्वविद्यालय द्वारा विकसित उत्पादों और प्रौद्योगिकियों और इसकी प्राकृतिक खेती पहल की सराहना की।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. केके रैना और प्रगतिशील किसान शैलेन्द्र शर्मा और रवि ने भी भाग लिया। विभिन्न संस्थानों के वैज्ञानिकों के साथ-साथ विभिन्न स्कूलों के 2,000 से अधिक छात्रों ने विश्वविद्यालय के स्टॉल का दौरा किया और विश्वविद्यालय की प्रौद्योगिकियों और प्राकृतिक खेती की पहल के बारे में जाना।