एचपीएमसी के विक्रय केंद्रों पर यूनिवर्सल कार्टन की सप्लाई पहुंच गई है। बागवान नजदीकी विक्रय केंद्रों से नए कार्टन को खरीद सकते हैं। सफेद और भूरे रंग में सभी एचपीएमसी के सेंटरों में 66,000 यूनिवर्सल कार्टन की सप्लाई पहुंच गई है।जिला के बगीचों में सेब की अर्ली वैरायटी पूरी तरह तैयार हो चुकी है, लेकिन बागवानों को मंडियों में सेब लाने के लिए यूनिवर्सल कार्टन नहीं मिल रहे थे। इसकी वजह से सैकड़ों बागवानों की परेशानियां बढ़ गई थीं। फल मंडियों में केवल नाशपाती को ही पुराने कार्टन (टेलिस्कोपिक) में बेचने की छूट दी गई है। सरकार ने सेब को सख्त आदेशों में यूनिवर्सल कार्टन में ही बेचने के लिए कहा है।
अब एचपीएमसी के सेंटरों में यूनिवर्सल कार्टन की सप्लाई पहुंचने से हजारों बागवानों को राहत मिलेगी। एचपीएमसी की ओडी, गुम्मा, रोहड़ू, जुब्बल, चौपाल, जरोल टिक्कर, रामपुर, चिंडी, चायल चौक, भुंतर, पतलीकूहल ब्रांच में सफेद और भूरे यूनिवर्सल कार्टन की सप्लाई पहुंच गई है। रोहड़ू, गुम्मा और चिंडी में सात जुलाई को ही कार्टन की सप्लाई पहुंच चुकी है। 9 और 10 जुलाई को बाकी बचे सेंटरों में भी सप्लाई पहुंच चुकी है। एचपीएमसी ने यूनिवर्स कार्टन बनाने के लिए दो कंपनियों को ऑर्डर दिए थे, जिसमें शिवालिक कंटेनरस प्राइवेट लिमिटेड और जज पैकर्स शामिल थी। शिवालिक कंपनी को 15500 और जज कंपनी को 50500 कार्टन बनाने के ऑर्डर दिए थे।