हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सभी विधायकों को साथ लेकर चलने में पूरी तरह से नाकामयाब रहे हैं। यही वजह है कि आज प्रदेश के राजनीतिक हालात कुछ और दिशा की ओर जा रहे हैं। समय रहते अगर सभी विधायकों के काम किए होते और उनमें किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया होता तो आज ऐसी नौबत नहीं आती। सरकार के पास बहुमत तक की नौबत खड़ी है। मुख्यमंत्री को अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए। अगर उनकी जगह मैं होता तो मैं त्यागपत्र दे देता। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शासन पंचायत में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कही। जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू हमीरपुर जिले से संबंध रखते हैं, लेकिन अपने ही क्षेत्र हमीरपुर का विकास नहीं कर पाए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि हमीरपुर पर लाहौल स्पीति के पूर्व विधायकों के घरों के आसपास तोड़फोड़ की गई। हमीरपुर के विधायक के घर के पास स्पीड ब्रेकर उखाड़ दिए गए तो लाहौल स्पीति के विधायक रवि ठाकुर के घर को जा रही सरकारी जमीन से जा रहे रास्ते पर दीवार खड़ी कर दी गई। सरकार ऐसा करके क्या संदेश देना चाह रही है। अगर सरकार विधायकों के काम नहीं करेगी तो वह जनता को क्या जवाब देंगे।
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि यह सारा षड्यंत्र भाजपा वालों ने किया है निर्दलीय विधायकों ने किया है, लेकिन अगर किसी ने कुछ किया है तो उसके लिए सिर्फ मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं। बदले की भावना से सरकार काम कर रही है। हमीरपुर के भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री कभी कह रहे हैं कि उन्होंने 100 करोड़ के ठेके लिए हैं तो कभी दूसरी जनसभा में कह रहे हैं कि 135 करोड़ के ठेके लिए हैं। मुख्यमंत्री पहले अपने आंकड़ों को ठीक करें।
भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा ने कहा कि विधायक के तौर पर कभी उन्होंने कोई ठेका नहीं लिया। उनका परिवार ठेकेदारी करता है और कानून नियमों के तहत करता है। कोई भी ठेका टेंडर ऑनलाइन भरा जाता है इसका सारा रिकॉर्ड होता है। अगर कुछ गलत किया है तो मुख्यमंत्री उसे सारी चीजों को चुनाव के समय जनता के सामने पेश करें। मेरा एक भी काम मुख्यमंत्री ने नहीं किया। मैं जनता की सेवा के लिए चुनाव जीतकर आया था ना कि आराम करने के लिए।