हिमाचल प्रदेश में पहली बार खुले बाजार में कोकून की बिक्री होने से रेशम पालकों को बेहतर दाम मिलने लगे हैं। अच्छी किस्म की कोकून की खरीद के लिए पहली बार पश्चिम बंगाल के व्यापारी हिमाचल पहुंचे हैं। इससे रेशम पालकों को बेहतर दाम मिलने से मिलने लगे हैं।
रेशम पालन विभाग की ओर से तैयार कोकून की खरीद के लिए 21 जून से आठ जुलाई तक विभिन्न स्थानों पर बिक्री की जएगी। सबसे पहले कोकून की बिक्री खुले बाजार में बिलासपुर जिला के घुमारवीं में 21 जून से शुरू की गई है। यहां करीब आधा दर्जन पश्चिम बंगाल के व्यापारी खरीद के लिए पहुंच गए हैं जबकि स्थानीय व्यापारी भी खरीद कर रहे हैं। यहां पर चार दिनों तक 50 क्विंटल से अधिक कोकून खरीदा गया है। इससे रेशम कीट पालकों को प्रति किलो का अधिकतम 1300 से 1400 रुपये दाम मिले हैं। जोकि वर्ष 2023 से 200 से 300 रुपये ज्यादा है।
प्रदेश में 10 मंडलों के अधीन 79 रेशम पालन एवं प्रशिक्षण केंद्रों में करीब 10500 किसान रेशम पालक व्यवसाय से जुड़े होने के कारण कोकून बेचकर आर्थिकी स्थिति को मजबूत करने में लगे हैं। हमीरपुर, ऊना, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर के रेशम पालक कोकून बेचने को तैयार बैठे हैं। इस बार कोकून की अच्छी फसल होने के कारण रेशम पालकों को मुंह मांग दाम मिल रहे हैं और पश्चिम बंगाल व प्रदेश के व्यापारी अच्छी क्वालिटी वाला कोकून खरीद रहे हैं।