शिमला, 04 दिसंबर –
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज यहां अपने कार्यालय कक्ष में चौपाल उपमण्डल के गांव खागना की आदर्श इको गांव योजना के संदर्भ में बैठक ली। उन्होंने कहा कि इस योजना से ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा मिलेेगा और स्थानीय लोगों की आय में इजाफा होगा और वे आत्मनिर्भरता की राह की ओर अग्रसर होंगे। इसके अतिरिक्त गांव में आजीविका के प्रति सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित होगी और पर्यावरण संतुलन को प्राथमिकता देते हुए सतत् विकास, कचरा प्रबंधन, पेयजल प्रबंधन व ऊर्जा संरक्षण को बल मिलेगा। उन्होंने दोहराया कि इको गांव के हितधारकों के हितों की रक्षा के प्रति वर्तमान राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए विभिन्न विभागों से अभिसरण के माध्यम से 50 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया जाएगा और यह राशि 5 साल की अवधि में खर्च की जाएगी और ग्रामीण अधोसंरचना विकास को बढ़ावा दिया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि इको गांव में प्राकृतिक पेयजल स्त्रोतों के संरक्षण के लिए चैक डैम का निर्माण किया जाएगा और जल संग्रहण के लिए प्रयास किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त इको गांव में लोगों को सोलर लाइटों, बायोगैस, वर्मीकम्पोस्ट पिट और जैविक खेती की जानकारी प्रदान की जाएगी, ताकि गांव का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके। कृषि व उद्यान गतिविधियों में रुचि रखने वाले छात्रों व पर्यटकों को इको गांव में इन गतिविधियों की पूर्ण जानकारी मिलेगी। आदित्य नेगी ने बताया कि वन विभाग द्वारा पौधारोपण व सौंदर्यीकरण की गतिविधियां आयोजित की जाएगी और क्षेत्र में प्रदूषण मुक्त पर्यावरण को संबल मिलेगा। परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण कीर्ति चंदेल ने बैठक का संचालन किया और योजना के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी। इस अवसर पर वन, पर्यटन, कृषि व उद्यान विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।